Add To collaction

जय चंडी जय शीतला माई

निर्मल स्वच्छ कल–कल बहती गंगा की धार 
दुःख दूर हो जाते माई जब आते हम तेरे द्वार
ना  थी  नोकरी  ना चल रहा था कोई व्यापार
तब माँ चंडी शीतला माई ने किया मेरा उद्धार

©® प्रेमयाद कुमार नवीन

   32
8 Comments

Zakirhusain Abbas Chougule

13-May-2022 03:43 PM

Nice

Reply

Archita vndna

27-Apr-2022 11:24 AM

Nicely written

Reply

Renu

26-Apr-2022 10:39 PM

👍👍

Reply